राजस्थान प्रशासनिक सेवा (RAS) परीक्षा, राज्य की सबसे प्रतिष्ठित और चुनौतीपूर्ण परीक्षाओं में से एक है। हर साल लाखों उम्मीदवार इस परीक्षा में अपना भाग्य आजमाते हैं, लेकिन सफलता कुछ ही लोगों को मिलती है।
इस परीक्षा की तैयारी के लिए रणनीति, लगन और सही मार्गदर्शन का होना बेहद जरूरी है।
सही मार्गदर्शन के कई आयाम हैं, जिनमें से एक सबसे महत्वपूर्ण और अक्सर अनदेखा किया जाने वाला पहलू है – विगत वर्षों के प्रश्नपत्रों का अध्ययन।

ये प्रश्नपत्र न केवल परीक्षा के पैटर्न और कठिनाई स्तर को समझने में मदद करते हैं, बल्कि वे आपकी तैयारी की दिशा को भी तय करते हैं।
यह Article आपको RAS प्रारंभिक (Pre) और मुख्य (Mains) परीक्षा के विगत वर्षों के प्रश्नपत्रों का गहराई से विश्लेषण करने में मदद करेगा, ताकि आप अपनी तैयारी को एक नई दिशा दे सकें।
RAS Exam Overview
RAS परीक्षा तीन चरणों में आयोजित की जाती है:
- प्रारंभिक परीक्षा (Preliminary Exam): यह एक स्क्रीनिंग टेस्ट है। इसमें एक ही पेपर होता है – ‘सामान्य ज्ञान एवं सामान्य विज्ञान’। यह वस्तुनिष्ठ प्रकार (Objective Type) का होता है और इसमें 150 प्रश्न होते हैं।3 प्रत्येक प्रश्न 1.33 अंक का होता है, और नकारात्मक अंकन (Negative Marking) भी होता है। इसका उद्देश्य मुख्य परीक्षा के लिए उम्मीदवारों का चयन करना है।
- मुख्य परीक्षा (Main Exam): यह एक वर्णनात्मक/विश्लेषणात्मक (Descriptive/Analytical) परीक्षा है।4 इसमें चार पेपर होते हैं – सामान्य अध्ययन I, सामान्य अध्ययन II, सामान्य अध्ययन III और सामान्य हिंदी एवं सामान्य अंग्रेजी। प्रत्येक पेपर 200 अंकों का होता है।
- साक्षात्कार (Interview): मुख्य परीक्षा में सफल उम्मीदवारों को साक्षात्कार के लिए बुलाया जाता है, जो 100 अंकों का होता है।
RAS Prelim PYQs
RAS प्रीलिम्स का सिलेबस काफी विशाल है। इसमें राजस्थान का इतिहास, कला, संस्कृति, भूगोल, अर्थव्यवस्था, भारतीय इतिहास, विश्व भूगोल, भारतीय संविधान, विज्ञान-प्रौद्योगिकी, समसामयिक मुद्दे और रीजनिंग-गणित जैसे विषय शामिल हैं। इस विशाल सिलेबस को कम समय में कवर करने के लिए स्मार्ट रणनीति की आवश्यकता होती है। विगत वर्षों के प्रश्नपत्रों का अध्ययन इसमें महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
- महत्वपूर्ण विषयों की पहचान: प्रश्नपत्रों का विश्लेषण करने से आपको यह पता चलता है कि RPSC किस विषय क्षेत्र पर अधिक जोर देता है। उदाहरण के लिए, राजस्थान का इतिहास, भूगोल और अर्थव्यवस्था से हर साल काफी संख्या में प्रश्न पूछे जाते हैं। इसी तरह, भारतीय संविधान और समसामयिक मुद्दों पर भी विशेष ध्यान दिया जाता है।
- प्रश्नों की प्रकृति को समझना: प्रीलिम्स में प्रश्न सीधे (Straightforward) नहीं होते। वे अक्सर तथ्यात्मक (Factual) और अवधारणात्मक (Conceptual) दोनों होते हैं। कुछ प्रश्न बहु-कथन वाले (Multiple Statement-based) होते हैं, जिन्हें हल करने के लिए गहराई से ज्ञान होना जरूरी है। प्रश्नपत्रों का अभ्यास करने से आप इन प्रकार के प्रश्नों से परिचित हो जाते हैं।
- समय प्रबंधन का अभ्यास: 150 प्रश्नों को 3 घंटे में हल करना एक चुनौती है।5 विगत वर्षों के प्रश्नपत्रों को एक समय सीमा में हल करने से आप अपनी गति और सटीकता में सुधार कर सकते हैं। यह आपको परीक्षा के दिन के दबाव को संभालने के लिए भी तैयार करता है।
Yearwise RAS Prelims Question Papers
नीचे दी गई तालिका में, हमने पिछले कुछ वर्षों की RAS प्रारंभिक परीक्षा के प्रश्नपत्रों को सूचीबद्ध किया है। इन प्रश्नपत्रों को हल करके आप परीक्षा के पैटर्न और पूछे जाने वाले प्रश्नों की प्रकृति को बेहतर ढंग से समझ सकते हैं।
परीक्षा वर्ष | परीक्षा का नाम | पेपर का नाम |
2023 | RAS/RTS संयुक्त प्रतियोगी (प्रारंभिक) परीक्षा-2023 | सामान्य ज्ञान एवं सामान्य विज्ञान |
2021 | RAS/RTS संयुक्त प्रतियोगी (प्रारंभिक) परीक्षा-2021 | सामान्य ज्ञान एवं सामान्य विज्ञान |
2018 | RAS/RTS संयुक्त प्रतियोगी (प्रारंभिक) परीक्षा-2018 | सामान्य ज्ञान एवं सामान्य विज्ञान |
2016 | RAS/RTS संयुक्त प्रतियोगी (प्रारंभिक) परीक्षा-2016 | सामान्य ज्ञान एवं सामान्य विज्ञान |
2013 | RAS/RTS संयुक्त प्रतियोगी (प्रारंभिक) परीक्षा-2013 | सामान्य ज्ञान एवं सामान्य विज्ञान |
RAS Mains PYQs
मुख्य परीक्षा में सफलता आपकी विश्लेषणात्मक और लेखन कौशल पर निर्भर करती है। विगत वर्षों के मुख्य परीक्षा के प्रश्नपत्रों का अध्ययन आपको इन कौशलों को निखारने में मदद करता है। आइए, प्रत्येक पेपर का विस्तार से विश्लेषण करें।
नीचे दी गई तालिका में, हमने पिछले कुछ वर्षों की RAS मुख्य परीक्षा के प्रश्नपत्रों को सूचीबद्ध किया है। इन पेपर्स को हल करके आप मुख्य परीक्षा की संरचना और प्रश्नों की प्रकृति को समझ सकते हैं।
परीक्षा वर्ष | पेपर 1 | पेपर 2 | पेपर 3 | पेपर 4 |
2021 | सामान्य अध्ययन-I | सामान्य अध्ययन-II | सामान्य अध्ययन-III | सामान्य हिंदी एवं सामान्य अंग्रेजी |
2018 | सामान्य अध्ययन-I | सामान्य अध्ययन-II | सामान्य अध्ययन-III | सामान्य हिंदी एवं सामान्य अंग्रेजी |
2016 | सामान्य अध्ययन-I | सामान्य अध्ययन-II | सामान्य अध्ययन-III | सामान्य हिंदी एवं सामान्य अंग्रेजी |
2013 | सामान्य अध्ययन-I | सामान्य अध्ययन-II | सामान्य अध्ययन-III | सामान्य हिंदी एवं सामान्य अंग्रेजी |
1. सामान्य अध्ययन – I (GS-I)
यह पेपर इतिहास, अर्थशास्त्र, समाजशास्त्र, प्रबंधन और लेखा परीक्षा जैसे विषयों को कवर करता है।
- इतिहास: प्राचीन, मध्यकालीन और आधुनिक भारत के साथ-साथ राजस्थान के इतिहास से भी प्रश्न पूछे जाते हैं। प्रश्न अक्सर ऐतिहासिक घटनाओं के कारणों, परिणामों और प्रभावों पर आधारित होते हैं।
- अर्थशास्त्र: भारतीय और राजस्थान की अर्थव्यवस्था से संबंधित प्रश्न पूछे जाते हैं। प्रश्न अक्सर आर्थिक नीतियों, योजनाओं, गरीबी, बेरोजगारी, और कृषि से संबंधित होते हैं।
- समाजशास्त्र, प्रबंधन, लेखा परीक्षा: ये विषय अपेक्षाकृत नए जोड़े गए हैं। इनसे सीधे और विश्लेषणात्मक दोनों तरह के प्रश्न आते हैं।
2. सामान्य अध्ययन – II (GS-II)
यह पेपर प्रशासनिक नैतिकता, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी और भूविज्ञान जैसे विषयों को कवर करता है।
- प्रशासनिक नैतिकता (Ethics): यह एक ऐसा विषय है जहाँ प्रश्नों का सीधा उत्तर देना मुश्किल होता है। प्रश्न अक्सर केस स्टडी (Case Study) पर आधारित होते हैं, जो आपकी नैतिक निर्णय लेने की क्षमता का परीक्षण करते हैं।
- विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी (Science & Tech): यह खंड समसामयिक मुद्दों पर आधारित होता है। प्रश्न अक्सर भारत के अंतरिक्ष कार्यक्रम, बायोटेक्नोलॉजी, नैनोटेक्नोलॉजी, सूचना प्रौद्योगिकी और रक्षा प्रौद्योगिकी से संबंधित होते हैं।
- भूविज्ञान (Geology): राजस्थान के भूवैज्ञानिक इतिहास और खनिज संसाधनों पर प्रश्न पूछे जाते हैं। यह खंड काफी हद तक तथ्यात्मक होता है, लेकिन कुछ विश्लेषणात्मक प्रश्न भी हो सकते हैं।
3. सामान्य अध्ययन – III (GS-III)
यह पेपर राजनीति विज्ञान, अंतर्राष्ट्रीय संबंध, सार्वजनिक प्रशासन और खेल एवं योग जैसे विषयों को कवर करता है।
- राजनीति विज्ञान और अंतर्राष्ट्रीय संबंध: भारतीय संविधान, राजव्यवस्था और भारत की विदेश नीति से संबंधित प्रश्न पूछे जाते हैं। प्रश्न अक्सर संवैधानिक संशोधनों, केंद्र-राज्य संबंधों, संयुक्त राष्ट्र और भारत के पड़ोसी देशों के साथ संबंधों पर होते हैं।
- लोक प्रशासन (Public Administration): लोक प्रशासन के सिद्धांत, अवधारणाएँ और राजस्थान में इसकी प्रासंगिकता पर प्रश्न पूछे जाते हैं।
- खेल एवं योग: यह खंड अपेक्षाकृत नया है। प्रश्न राजस्थान और भारत में खेल की नीतियों, प्रमुख खिलाड़ियों की उपलब्धियों, और योग के महत्व पर आधारित होते हैं।
4. सामान्य हिंदी एवं सामान्य अंग्रेजी (General Hindi & General English)9
यह पेपर आपकी भाषा की दक्षता का परीक्षण करता है।
- सामान्य हिंदी: इसमें निबंध लेखन, पत्र लेखन, संक्षेपण, पल्लवन, व्याकरण और पारिभाषिक शब्दावली जैसे खंड होते हैं। विगत वर्षों के प्रश्नपत्रों का अभ्यास करने से आपको निबंध के संभावित विषयों का अनुमान लग जाता है।
- सामान्य अंग्रेजी: इसमें निबंध लेखन, संक्षेपण, अनुवाद (Translation), व्याकरण और शब्दावली जैसे खंड होते हैं।10 यह पेपर अक्सर उम्मीदवारों के लिए एक चुनौती होता है।
निष्कर्ष
RAS परीक्षा की तैयारी एक लंबी और कठिन यात्रा है। इस यात्रा में, विगत वर्षों के प्रश्नपत्र आपके सबसे अच्छे मार्गदर्शक हैं। वे आपको परीक्षा की वास्तविक प्रकृति से परिचित कराते हैं, आपकी कमजोरियों और शक्तियों को पहचानने में मदद करते हैं, और आपकी तैयारी को सही दिशा देते हैं। केवल प्रश्नपत्रों को हल करना पर्याप्त नहीं है, बल्कि उनका गहन विश्लेषण करना, उत्तरों को संरचित करना, और समय सीमा में लिखने का अभ्यास करना भी उतना ही महत्वपूर्ण है।
याद रखें, RAS परीक्षा का उद्देश्य केवल आपके ज्ञान का परीक्षण करना नहीं है, बल्कि आपके विश्लेषणात्मक, समस्या-समाधान और लेखन कौशल का भी परीक्षण करना है। विगत वर्षों के प्रश्नपत्रों का नियमित अभ्यास करके आप इन सभी कौशलों को निखार सकते हैं और RAS अधिकारी बनने के अपने सपने को साकार कर सकते हैं।